एटीएम का राह देखता छतरी बाजार - हजारों लोगों को हो रही है परेशानी
- 18 फ़र॰ 2020
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छतरी (लालू ठाकुर)

मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र छतरी के व्यापारियों, ग्रामीणों, दुकानदारों व कर्माचिरयों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उनका अपना मुख्यमंत्री होगा और फिर भी उनको मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहना होगा।
मंडी जिला मुख्यालय से लगभग 187 किलोमीटर दूर, मंडी जिले का आखिरी बाजार वर्षों से एटीएम जैसी आधुनिक और जरूरी सुविधा से वंचित है। हालांकि बाजार में दो-दो बैंक जरूर हैं लेकिन वह भी पैसे हाथो-हाथ ही देते हैं।
व्यापारियों-कर्मचारियों को भारी दिक्कतें
युवा संगठन डीवाईएफआई के रोहित ठाकुर का कहना है सराज का सबसे अंतिम बाजार छतरी है। यहाँ कुल 6 पंचायतें हैं जिनका केन्द्र बाजार छतरी पड़ता है ।इतना बडा बाजार होने के बाद भी यहाँ कोई नेशनल बैंक नहीं है एक कॉपरेटिव और ग्रमीण बैंक है जिनका साल का करोड़ों का टर्नओवर है परंतु 2 बैंको के पास ATM की सुविधा नहीं है।लोगों को रोज बैंकों की लाइन में खडे होना पडता है बैंकों ने ATM Card जारी तो कर रखे हैं।
पर्यटकों को भटकना पड़ता है
आधुनिक युग में कैश लेकर चलना लगभग बंद ही हो चुका है। बड़े शहरों से आने वाले पर्यटक बिना कैश के ही आते हैं। सरकार भी कैस-लैश अर्थव्यवस्था के दावे कर रही है लेकिन छतरी तक पहुंचते-पहुंयते यह दावे फेल हो जाते हैं। यहां पर एटीएम नहीं होने से कई बार मुसाफिरों को भटकते देखा गया है। पैसे निकालने के लिए लोगों को रामपुर, धुनाग या करसोग का रुख करना पड़ता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ समय पहले मंडी के सांसद राम स्वरूप शर्मा ने ATM के संदर्भ में बात की थी परंतु उस पर अभी तक कोई भी अम्ल नहीं किया गया। ज्ञात रहे कि यंहा उपतहसील और 30 अन्य कार्यालय भी है जिसमें करीब 1000 के आसपास कर्मचारी है ग्रामीणों के साथ -साथ उन्हें भी इस समस्या से झूझना पडता है।

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