मुख्यमंत्री के गृहक्षेत्र के ग्रामीणों ने बरोयोगी पंचायत में हुए कार्यों में लगाए घोटाले के आरोप
- ahtv desk
- 11 मई 2020
- 2 मिनट पठन
उपायुक्त मंडी को भेजी शिकायत, उपायुक्त ने लिया संज्ञान
मंडी, (पवन कुमार)
मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश के गृह क्षेत्र की बरयोगी पंचायत के ग्रामीणों ने उपयुक्त मंडी को एक शिकायत पत्र भेजकर पंचायत कार्यों के जांच की मांग की है। ग्रामीणों द्वारा भेजे गये पत्र में लिखा गया है कि 14वें वित आयोग के फंड से हुए कार्यों की जांच की जाए, ग्रामीणों ने घोटाले की आशंका जताई है।
1. पत्र में लिखा है कि दो-तीन साल पहले एक सिंचाई टैंक बनाया गया है जो कि अब सूखा हुआ है, उसकी बची हुई 150 फुट बजरी को एक मेंबर के घर लगाया जा रहा है।
2. कयुमानाल से भमार तक की सिंचाई स्कीम में 20 पाईप आये थे, जिसमें 18 ही लगे हुए हैं।
3. पंचायत के सबसे गरीब परिवार को मनरेगा के तहत रोजगार नहीं दिया गया, कोरोना के समय पंचाय अपने पास से 287 रुपये के हिसाब से मजदूरी दे।
4. 14वें वित्त आयोग के फंड से आई सिमेंट को बेच दिया गया है।
5. मनरेगा के तहत लगाया जाने वाला किसी ओर के नाम से है, लगाया किसी और के पास जा रहा है।
6. सौर लाई अपने चहेतों के पास लगाई गयी है।
7. भेडवाली खड्ड पर पुल बनाया गया है, उसकी इंजिनियर से जांच करवाई जाए।
8. 14वें वित्त आयोग के 15 लाख रुपये आये थे उनका बराबर बंटवारा नहीं किया गया, 7 वार्डों में से दो वार्डों को 5-5 लाख रुपये दिये गये जबकि अन्य को एक-एक लाख.
ग्रामीणो ने उपायुक्त महोदय को जल्द-से-जल्द उचित कार्रवाई करने की प्रार्थना की है।
उपायुक्त मंडी ने लिया संज्ञान, शिकायत की दर्ज
ग्रामीणों ने उपायुक्त मंडी को वट्सएप के माध्यम से शिकायत दर्ज करवाई थी। जिला प्रशासन ने शिकायत दर्ज कर दी गई है और ग्रामीणों को इसकी रशीद भेज दी गई है। उनकी शिकायत esamadhan.nic.in पर दर्ज हुई है। कहा गया है कि जल्द ही संबंधित विभाग को भेज कर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
ग्रामीणों ने डीसी को भेजे वट्सएप मैसेज में लिखा है कि कृप्या कर हमारे नाम उजागर न किए जाएं। इस लिए अलर्ट हिमाचल शिकायत कर्ताओं के नाम जारी नहीं कर रहा है।
जब अलर्ट हिमाचल ने जब सराज बीडीओ से संपर्क किया तो उनका जवाब था कि ग्रामीणों की ऐसी शिकायत हमारे पास नहीं आई है। उनको कार्यलय आकर शिकायत दर्ज करवानी चाहिए।
वहीं पंचायत प्रधान का कहना है कि अभी तक पंचायत में शिकायत नहीं आई है. शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी.


ग्रामीणों द्वारा भेजी गई शिकायत

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