सीलेंडर की कीमत बढ़ने से करसोग की जनता से वसूले जाएंगे हर महीने 46 लाख 40 हजार रुपये
- ahtv desk
- 14 फ़र॰ 2020
- 2 मिनट पठन
गरीबों को फ्री में बांटे कनेक्शनों पर भी गैस की बढ़ रही कीमतों की मार
करसोग में उज्जवला और हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के तहत मुफ्त बांटे गए है 6800 कनेक्शन

उपमंडल करसोग में उज्जवला और हिमाचल गृहिणी योजना के तहत फ्री कनेक्शन लेने वाले गरीब परिवारों पर भी गैस की बढ़ी कीमतों की मार पड़ेगी। करसोग को धुंआ मुक्त करने के लिए केंद्र सहित प्रदेश सरकार ने इन दोनों योजनाओं के तहत गरीब परिवारों को मुफ्त में 6800 कनेक्शन बांटे है। ऐसे में अब बिना गैस सिलेंडर वाले परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन तो मिल गया है, लेकिन इस माह सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर 145 रुपये महंगा होने से गरीब परिवारों को मुफ्त में मिला गैस सिलेंडर रिफिल करना ही मुश्किल हो जाएगा। करसोग में 13 फरवरी से सब्सिडी वाले घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत मजदूरी को मिलाकर 922 रुपये तक पहुंच गई है। इससे पहले यही सिलेंडर 757 रुपये में रिफिल होता था। यही नहीं उपमंडल में अब 19 किलो के व्यवसायिक गैस सिलेंडर भी 271.50 रुपये महंगा हो गया है। अब उपभोक्ताओं को व्यवसायिक गैस सिलेंडर मजदूरी को मिलाकर 1571.50 रुपये में भरवाना होगा। पहले व्यवसायिक गैस सिलेंडर की कीमत 1300 रुपये थी। खड़गन पंचायत के पूर्व प्रधान भीम सिंह ठाकुर का कहना है कि सरकार ने मुफ्त में तो गैस कनेक्शन दे दिए, लेकिन अब गरीबलोगों को गैस भरवाना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार गैस की कीमतें बढ़ा रही है, जबकि रिफिल करने के लोगों के पास पैसा ही नहीं है। उन्होंने सरकार से तुरन्त प्रभाव रेट घटाने की मांग की है।
करसोग में कुल 32 हजार उपभोक्ता:
करसोग को धुंआ मुक्त करने के लिए सरकार ने पहले तो बिना गैस सिलेंडर वाले परिवारों को मुफ्त में गैस कनेक्शन बांट दिए। इसके साथ ही दो महीनों में लगातार गैस सिलेंडर के रेट भी साथ में ही बढ़ा दिए। इससे गरीब परिवारों की रसोई पर सीधी मार पड़ी है। लोगों का कहना है कि सरकार ने वाहवाही लूटने के लिए फ्री में गैस कनेक्शन तो बांट दिए है, लेकिन लगातार बढ़ रही गैस की कीमतों के गरीब परिवारों को सिलेंडर रिफिल करना मुश्किल हो जाएगा। वर्तमान में उज्जवला और हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना को मिलाकर कुल उपभोक्ताओं की संख्या 32 हजार के करीब है। इसमें केंद्र सरकार की उज्जवला योजना के तहत करीब 2300 और हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के तहत 4500 परिवारों को फ्री में गैस कनेक्शन बांटे गए हैं।
जंगलों पर पड़ेगी महंगी गैस की मार:
गैस की बढ़ती कीमतों के साइड इफेक्ट ग्रामीण क्षेत्रों में जंगलों पर पड़ेगा। गैस महंगी होने से गरीब परिवारों को सिलेंडर रिफिल करना मुश्किल हो जाएगा। चूल्हा जलाने के लिए फिर से लकड़ियों का उपयोग बढ़ जाएगा। ऐसे में महंगी गैस की मार हरेभरे जंगलों पर पड़ सकती है। जिसका असर प्रदेश भर में पर्यावरण पर भी पड़ सकता है। लोगों का तर्क है कि अगर जंगलों को बचाना है तो विकल्प के तौर पर सरकार को गैस सिलेंडर के रेट कम रखने होंगे।
बढ़ी हुई कीमतें तुरन्त प्रभाव से लागू: प्रभारी
हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम करसोग गैस एजेंसी के प्रभारी वीरचंद मेहता का कहना है कि घरेलू गैस सहित व्यवसायिक गैस सिलेंडर की कीमतें बढ़ गई है। नए रेट तुरन्त प्रभाव से लागू हो गए हैं। वाईट वीरचन्द मैहता गैस ऐजेसी प्रभारी।
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