उजड़ने के लिए तैयार रहे बल्ह घाटी की जनता, एयरपोर्ट को मिली नागरिक उड्डयन मंत्रालय की मंजूरी
- ahtv desk
- 22 नव॰ 2019
- 2 मिनट पठन

हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के ड्रीम प्रोजेक्ट को केंद्रीय मंत्री नागरिक उड्डयन, आवा एवं शहरी मामले हरदीप पुरी ने भी स्वकृति प्रदान कर दी है। यह जानकारी बुधवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने केंद्रीय मंत्री नागरिक उड्डयन, आवास एवं शहरी मामले हरदीप सिंह पुरी से नई दिल्ली में मुलाकात के बाद दी है।
राज्य सरकार ने प्रैस विज्ञप्ति जारी की ही जिसमें लिखा गया है कि मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडी जिले में बनने जा रहे हवाई अड्डे का निर्माण राज्य सरकार और भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण संयुक्त रूप से करेंगे। इसके लिए प्राधिकरण एक सप्ताह में विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करेगा, जबकि राज्य सरकार भूमि अधिग्रहण के कार्य में तेजी लाएगी।
उन्होंने राज्य में हवाई अड्डों के विस्तारीकरण पर चर्चा करते हुए गगल में ए 320 और शिमला व भुंतर में एटीआर 74 में हवाई जहाज उतारने की संभावनाओं का पता लगाने का अनुरोध किया। उन्होंने मौजूदा हवाई अड्डों के रनवे के विस्तार के लिए भी अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे न केवल अच्छी कनेक्टिविटी बनेगी बल्कि राज्य में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। राज्य में हवाई एंबुलेंस सेवाओं को सुदृढ़ करने की आवश्यकता है, जिसमें वर्तमान शर्तों के कारण बाधा आ रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य की कठिन भौगोलिक और विपरीत मौसम परिस्थितियों के चलते पर्यटकों के बचाव कार्य के लिए यह आवश्यक है। केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया और दीर्घकालिक योजना तैयार करने की उनके सुझाव से सहमती जताई। मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी भी इस बैठक में उपस्थित थे।
इस से साफ हो गया है कि परियोजना के अंतर्गत आने वाले 11 गांव के लोगों को अपने खेत-खलिहान और घर-बार छोड़ कर उजड़ना पड़ेगा। स्थानीय लोग इसका कई बार विरोध कर चुके हैं। उनका आरोप है कि इस परियोजना से बल्ह घाटी का नामोनिशान मिट जाएगा।

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