करसोग के स्वतंत्रता सेनानियों का संक्षिप्त परिचय
- GDP Singh
- 25 जन॰ 2020
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1. 📷श्री अमर सिंह सुपुत्र श्री नाहर, गांव लस्सी, डाकखाना छतरी, तहसील थुनाग, जिला मंडी। जन्म सन् 1915। 1945 से प्रजामंडल के कार्यकर्ता। स्वाधीनता आंदोलन के लिए जनप्रचार का कार्य किया। 1946-47 में छह मास का कारावास हुआ।
2. 📷श्री कपूरु राम सुपुत्र श्री परम, गांव धार, डा. छतरी, तह. थुनाग, जिला मंडी का जन्म अगस्त 1920 में हुआ। उन्होंने मंडी प्रजामंडल आंदोलन में सक्रिय भागीदारी निभाई।
3. 📷श्री कमला राम सुपुत्र श्री गंगा राम, गांव करना खनेओड़, तह. करसोग जिला मंडी। जन्म 6 जनवरी 1920 को हुआ। 1945 में सुकेत प्रजामंडल आंदोलन में शामिल हुए। करसोग, सुकेत तथा शिमाला उनकी गतिविधियों का कार्यक्षेत्र रहा। गिरफ्तारी वारंट निकलने के पश्चात 6 मास का निष्कासन।
4. 📷श्री कातकू राम सुपुत्र श्री देविया, गांव शीलीसेरी, डा. महोग, तह. करसोग, जिला मंडी का जन्म सन 1922 में हुआ था। उनका निधन 18 अक्तुबर 1993 को हुआ। उन्होंने सुकेत सत्यग्रह में भाग लेकर राजा के खिलाफ आंदोलन किया वह छह महीने तक भूमिगत रहे।
5. 📷श्री कुंदन लाल सुपुत्र श्री ब्रेस्तु, गांव रुहणी, डा. चुराग, तह. करसोग जिला मंडी का जन्म 17 जुलाई 1904 को हुआ। उन्होंने सुकेत प्रजामंडल में शामिल होकर राजा के खिलाफ बगावत की। वह 14 नवंबर 1947 से 8 फरवरी 1948 तक भूमिगत रहे।
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6. श्री ग्याहरू राम सुपूत्र श्री सागू, गांव शान्ह, डा. सराहन, तह. करसोग, स्वाधीनता आंदोलन में भागेदारी।
7. 📷श्री गंगीराम सुपुत्र श्री अंगतराम, गांव जुखल काण्डा, डा. महोग, तह. करसोग जिला मंडी का जन्म सन् 1914 मे हुआ था। उनका देहांत 29 मई 2002 को हुआ। उन्होंने सुकेत प्रजामंडल आंदोलन में भाग लिया तथा राजा सुकेत के खिलाफ लड़ते हुए अनेक यातनाएं सहीं।
8. 📷श्री गोपीराम सुपुत्र श्री रामदत्त का जन्म गांव व डा. पांगणा, तहसिल करसोग, जिला मंडी में 20 जुलाई 1917 को हुआ था। उनका देहांत 21 जुलाई 1993 को हुआ। उन्होंने स्वाधीनता आंदोलन में योगदान दिया।
9. 📷श्री चंदन लाल सुपुत्र श्री राम सरन का जन्म गांव लशी, डा. छतरी तह. थुनाग जिला मंडी में 24 नवंबर 1919 को हुआ। 1942 से प्रजामंडल आंदोलन में उन्होंने सक्रीय भागीदारी निभाई। सुंदरनगर, बिलासपुर तथा मंडी उनकी गतिविधियों के प्रमुख केंद्र रहे।
10. श्री चेतराम सुपुत्र श्री पारस राम, गांव भगरेड़, डा. मल्हार तह करसोग जिला मंडी ने स्वाधनीता संग्राम में योगदान दिया।
11. 📷श्री जगरनाथ सुपुत्र श्री रामदयाल, गांव सवा माहूं, डा. माहूंनाग, तह. करसोग जिला मंडी का जन्म सन् 1923 में हुआ। सन 1946-47 जयहिंद और इन्कलाब जिंदाबाद के नारे लगाते समय नौ लोग कांढा कांड में पकड़े गए। सुन्दरनगर थाना में छह मास का कारावास और 200 रुपये जुर्माना हुआ।
12. 📷श्री जय लाल महाजन सुपुत्र श्री उमादत्त महाजन, गांव कुफटू, डा. पांगणा, जिला मंडी में 17 अक्तुबर 1923 को जन्मे थे। उन्होंने प्रजामंडल आंदोलन में सक्रीय भागीदारी की और 7 मास का कारवास भोगा।
13. श्री जवाहर लाल सुपुत्र श्री चंदन राम का जन्म गांव कांडा, डा. महोग तह. करसोग जिला मंडी में हुआ था। उन्होंने स्वाधीनता आंदोलन में भाग लिया।
14. 📷श्री जीवणू राम, सुपुत्र श्री दुर्गादास का जन्म 21 सितंबर 1917 को गांव व डा. पांगणा तह. करसोग जिला मंडी में हुआ था। उन्होंने सुकेत प्रजामंडल आंदोलन में भाग लिया और तीन मास की सजा भोगी।
15. श्री धरनीधर का जन्म गांव व डा. पांगणा तह. करसोग जिला मंडी में हुआ था। वह प्रजामंडल आंदोलन में सदस्य के तौर पर कार्य करते थे। सुंदरनगर, लायलपुर, मुलतान तथा रावलपिंडी में उन्होंने छह साल का कारवास काटना पड़ा।
16. 📷श्री बृजलाल गौतम सुपुत्र श्री मस्तराम, गांव कशियूणी, डा. माहूंनाग, तह. करसोग जिला मंडी में उनका जन्म 24 अगस्त 1924 को हुआ। उन्होंने सुकेत प्रजामंडल आंदोलन में सक्रीय भागीदारी निभाई और भूमिगत रहे।
17. 📷श्री बोधराज महाजन सुपुत्र श्री हाडूराम का जन्म 22 अगस्त को गांव, डा. तहसील करसोग में हुआ। उन्होंने स्वाधीनता संग्राम में भागीदारी निभाई।
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18. श्री मंगत राम सुपुत्र श्री सरन का जन्म गांव जाओग (सनारली) डा. बंथल तह. करसोग जिला मंडी में हुआ। वे प्रजामंडल आंदोलन के सक्रिय कार्यकर्ता रहे। पांगणा लाठीचार्ज में वह घायल हो गए थे।
19. 📷श्री मनसाराम सुपुत्र श्री गंगा राम का जन्म 6 अक्तुबर 1921 को गांव हौण, डा. छतरी, तह. थुनाग जिला मंडी में हुआ। उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन में स्थानीय नेताओं के साथ सक्रिय भागीदारी निभाई। प्रजामंडल आंदोलन में भाग लेने के कारण उनको 26 जुलाई 1947 से 2 अप्रैल 1948 तक मंडी जेल में सजा काटी। बाद में उनको ताम्र पत्र से सम्मानित किया गया।
20. 📷श्री मुकुंद लाल गुप्ता सुपुत्र श्री निलकंठ गां व डा. चुराग, तह. करसोग जिला मंडी का जन्म 3 जून 1907 को हुआ था। प्रजामंडल में कार्य तथा सुकेत आंदोलन में भाग लेने के कारण झूठा मुकदमा बनाया गया। सुंदर नगर में राज्य से निष्कासन की सजा। आठ मास का कारवास।
21. 📷रघुवीर दास गुप्ता सुपुत्र श्री रामदत्त गुप्ता. गांव ता. करसोग जिला मंडी। जन्म 29 दिसंबर 1908। स्वाधीनता संग्राम में भागीदारी।
22. 📷श्री रामकृष्ण गुप्ता सुपुत्र श्री हाटूराम, गांव व डा. पांगणा, तह. करसोग जिला मंडी का जन्म 20 जनवरी 1920 को हुआ। 1945 सुकेत प्रजामंडल में सक्रिय रूप से शामिल। पांगणा तथा करसोग तथा सुदंरनगर में सत्याग्रह। 1947 में छह मास का कारवास।
23. 📷श्री लच्छमीदास महाजन सुपुत्र श्री कन्हैयालाल गांव व डा. पांगणा, तह. करसोग. जिला मंडी का जन्म 13 दिसंबर 1910 को हुआ था। 1945 से 1948 तक प्रजामंडल में कार्य। पांगणा, करसोग सुंदरनगर गतिविधियों के केंद्र। सुंदरनगर में 6 मास 15 दिन का कारावास।
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24. स्व. श्री रामजी सुपुत्र श्री मानदास, ग्रा. प्रालीसेरी. डा. महोग, तहसील करसोग, जिला मंडी। देहांत 7 मार्च 1978, स्वाधीनता आंदोलन में योगदान, सुंदरनगर में छह मास की जेल।
25. 📷श्री लक्ष्मीनंद गौतम सुपुत्र श्री जतिन दास गौतम गांव देहरी, डा व तह. करसोग जिला मंडी का जन्म 30 जून 1907 को हुआ था। 1931-32 में स्वाधीनता आंदोलन में भागेदारी। सुकेत में 13 मास तथा लौहर में 6 मास का कारवास।
26. 📷श्री सोमकृष्ण शास्त्री सुपुत्र श्री विद्याधर, गांव कोट, डा. जस्सल, तह. करसोग। स्वाधीनता आंदोलन में भागेदारी।
27. 📷श्री हरिसरन महाजन सुपुत्र श्री पारस गांव व डा. पांगणा, तह. करसोग जिला मंडी का जन्म 10 जून 1920 को हुआ था। वे प्रजांडल के सक्रिय कार्यकर्ता रहे। जाहू तथा सुकेत सत्याग्रह में शामिल। सुकेत जेल में 6 मास का कारवास। उनका देहांत 25 फरवरी 1970 को हुआ।
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28. संतराम गुप्ता सुपुत्र श्री मोती राम गुप्ता, गांव व डा. पांगणा, तहसील करसोग। जन्म 29 सितंबर 1926। 14 अप्रैल 1945 में सुकेत प्रजामंडल की स्थापना की गई तथा इस के उप प्रधान चुने गए। 1946 में सत्याग्रह आंदोलन में शामिल हुए तथा एक महीना 29 दिन तक हिरासत में रहे। अगस्त 1947 से 18 फरवरी 1948 तक भूमिगत रहे। भूमिगत रहकर रामपुर, शिमला तथा दिल्ली में प्रजामंडल की गतिविधियों का प्रचार किया। 12 फरवरी 1948 को सुन्नी, तत्तापानी प्रजामंडल के समस्त पदाधिकारियों को एकत्रित कर सत्यग्रह शुरू किया।
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29. रूपचंद भारद्वाज सुपुत्र श्री जीवानंद का जन्म गांव व डा. माहूंनाग, तहसील करसोग, जिला मंडी में 21 सितंबर 1921 में हुआ था। वह आजाद हिंद फौज के सेनानी थे। उनको सात वर्ष की जेल हुई थी।
30. 📷धीरमल सुपुत्र श्री डाहलू राम का जन्म गांव वरल, डा. करसोग जिला मंडी में 28 जनवरी 1919 को हुआ था। उन्होंने सुकेत सत्याग्रह में सक्रिय रूप से भाग लिया और 7 साल की जेल हुई। पुलिस लाठीचार्ज तथा विभिन्न यातनाएं दी गई।
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31. श्री बिनू राम सुपुत्र श्री सौजू राम, गांव बंदौपा, डा. सैंज, तह. करसोग, जिला मंडी का जन्म 12 जनवरी 1917 को हुआ था। उन्होंने सुकेत प्रजामंडल में कार्य किया। अगस्त 1947 से फरवरी 1948 तक 6 मास का कारावास हुआ।
32. 📷श्री भगत राम सुपुत्र श्री कालू राम का जन्म गांव व डा. करसोग जिला मंडी में हुआ था। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के कारण सुदंरनगर में 6 मास का कारवास हुआ।
33. 📷श्री तारा चंद, सुपुत्र श्री कदारू का जन्म गांव महाबन, डा. सेरी बंगला, तह. करसोग में हुआ था। वे प्रजामंडल में कार्य करते थे। सुकेत आंदोलन में करसोग गतिविधियों का केंद्र रहा। तीन मास तक वह भूमिगत रहे।
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34. स्व. तेजराम सुपुत्र श्री देवीदत्त का जन्म सन 1925 में गांव, डा. तह. करसोग में हुआ था। सुकेत आंदोलन में भागीदारी की और भूमिगत रहे।
- हिमाचल के स्वतंत्रता सेनानी –
हिमाचल भाषा विभाग द्वारा प्रकाशित पुस्तक से साभार
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